(George Pancham Ki Naak) (Hindi Edition)
"ये कहानियां मेरे लिए अत्यंत महत्वरॉपूर्ण हैं, क्योंकि इनके सहारे ही मैंने पहली बार महानगर की उलझी हुई जिंदगी के छोर सुलझाए थे। "...
保存先:
第一著者: | |
---|---|
フォーマット: | 図書 |
言語: | 言語不明 |
出版事項: |
Rajpal & Sons
2012
|
タグ: |
タグ追加
タグなし, このレコードへの初めてのタグを付けませんか!
|
MARC
LEADER | 00000nam a2200000Ia 4500 | ||
---|---|---|---|
008 | 191024s9999||||xx |||||||||||||| ||und|| | ||
999 | |c 355382 |d 355382 | ||
020 | |a 9788170282686 | ||
100 | |a (Kamaleshwar) |9 33390 | ||
245 | 0 | |a (George Pancham Ki Naak) (Hindi Edition) | |
260 | |b Rajpal & Sons | ||
260 | |c 2012 | ||
520 | |a "ये कहानियां मेरे लिए अत्यंत महत्वरॉपूर्ण हैं, क्योंकि इनके सहारे ही मैंने पहली बार महानगर की उलझी हुई जिंदगी के छोर सुलझाए थे। " | ||
952 | |0 0 |1 0 |4 0 |7 0 |9 433730 |a 00000121 |b 00000121 |d 2019-11-04 |l 1 |p IB04441 |r 2025-06-19 12:01:40 |s 2025-05-20 |w 2019-11-04 |y TESTBK |